बारिश दर्द से दर्द कि जब मुलाकात होगी, आँखो से आंसुओ कि तब बरसात होगी। जी रहे थे बेरंग बेजान सी जिंदगी , तेरे आने से खुशियों कि नयी सोगात होगी । समझाते है असे ही हम अपने दिल को, क्यूंकि मालुम तो उसे भी है, असे सपने कभी ना हक़ीक़त मे तब्दील होगी। #बारिश #मोहाबत #इन्तज़ार #इन्तज़ार_और_मोहब्बत #अकेलापन