घटा छा रही थी, आसमान रो रहा था, लगा कि किसीका दिल टूटा होगा। मगर उपरसे आवाज आई की दिल नही टुटा किसीका बचा भूखा सो रहा था।।।। ।।। किसान।।। BHAVESH JADAV