कैसे-कैसे हादसों से गुजरा करते हैं जैसे जलकर भी रोशनी ना दिया करते हैं । कोई कहता है चांद कोई कहता है सूरज हम जुगनू भी ना हो ऐसे जिया करते हैं। कहीं भी जाएं दिल साथ ना लेकर जाए लोग अक्सर दिल तोड़ दिया करते हैं। कहते हैं दिल टूटता है तो आवाज नहीं आती इसलिए लोग प्यार पर विश्वास छोड़ दिया करते हैं । हमने तो पूजा भी की प्यार की लेकिन लोग चेहरा ही दूसरा ओड़ लिया करते हैं । ऐसे ऐसे हादसों से गुजरते हैं कि अब हम रास्ते ही बदल लिया करते हैं।। 💔💔💔Nidhi Agrawal #yqpoetrywords #yqhindishayari