आज कर ही लिया इरादा और खुद से एक वादा साँझ का इंतज़ार करूँगा नहीं मैं जलना है तो सूरज से डरूंगा नहीं मैं देखूंगा राह नहीं बद्री या बसंत की मैं चुनूँगा नहीं राह दरख्तों से भरी देख मैं काँटों पर चल खून के निशान छोड़ जाऊंगा पसीने से भिंगुंगा., बरसात का इंतज़ार करूँगा नहीं मैं। #motivation #love_for_poem.