कब तलक तेरे सुर्ख गुलाब होठों पर मैं जीता रहूंगा. सफ़र आखिरी मेरे हमसफ़र तुझ पर मरता रहूंगा. मुझे पता मुकम्मल नहीं हमारा होना इस शहर में. क्यों तेरा नाम लिए अब मैं लिखता रहूंगा.. अवध की रचनाएं कब तलक #सुर्ख_गुलाब #Nojoto #Ishq #दिल #मरता_रहुँगा #Emotion