के कौड़ियों के भाव में बेच दिया हमे आख़िर इन समझदारों के बाज़ार में हम-से सरफिरे का मोल भी क्या होता के कौड़ियों के भाव में बेच दिया हमे आख़िर इन समझदारों के बाज़ार में हमसे सरफिरे का मोल भी क्या होता #Nojoto #Hindi #NojotoHindi #bazar #Safira #Hindiwriters