Nojoto: Largest Storytelling Platform

साहब.....वह एक नौकरी थी जिसे में पाकर खुश हुआ था

साहब.....वह एक नौकरी थी जिसे में पाकर खुश हुआ था 
#Family #NojotoVoice #poetry 

उम्र 19 की थी यह मेरी जिंदगी का नायाब सफर था जिसे मैं पार करने निकला था ।

साहब.... वह एक नौकरी थी जिसे मैं पाकर खुश हुआ था

by #BeerA

साहब.....वह एक नौकरी थी जिसे में पाकर खुश हुआ था #Family #Nojotovoice #Poetry उम्र 19 की थी यह मेरी जिंदगी का नायाब सफर था जिसे मैं पार करने निकला था । साहब.... वह एक नौकरी थी जिसे मैं पाकर खुश हुआ था by #BeerA

60 Views