कहते हैं बचपन के यारों की यारी ना ताउम्र साथ चलती है ,मेरे पास भी है कुछ १२साल पुराने दोस्ती वाले वादे हैं हैं।अतरंगी सी शुरू हुई थी कुछ जुदा से हमारे नगमे थे, पर आज उन गुज़रे लम्हों की सबकी एक सी यादें हैं।।कुल्हड़ वाली चाय नहीं थी ना उलझे धागों से रिश्ते थे,कुछ लड़ना झगड़ना होता था पर हम मन के सच्चे थे।अभिलाषा की ये दौड़ देखिए कुछ अपने पीछे छूटे हैं, पर जिन रिश्तों पे असर हुआ नहीं है दूरी का बस वही हैं जो तन्हा रातों वाले किस्से हैं।। उस एक दिन का इंतज़ार बड़ा लंबा चला है,जब बैठ पुराने यारों संग सौ बार बात किए किस्से एक बार फिर दोहराएंगे।जो गुम हुए भीड़ में उनके तरफ हाथ एक बार तो बढ़ाना बनता है,नहीं तो उनके बिना कहां वो ७ साल के यादों के पिटारे पूरी तरह खुल पाएंगे।। #yaati#friends#love#12years#sukoon#growingup#faith